गांजा पीकर बहन के साथ दुष्कर्म किया
ये कहानी मेरी और मेरे
बहन के बिच हुई घटना है मेरे दादा जी एक मंदिर के पुजारी थे जहा बहुत सारा चढ़ावा
आता था इस कारण हमारे पास धन की कोई कमी नहीं थी। मेरे दादा जी का साथ मेरे चाचा
जी देते थे मेरे पापा कुंडली देखते थे और श्राद्ध पितृ दोष का का पूजा पाठ कराते
थे। मेरी मम्मी और मेरी चाची घर काम तथा महिलाओ के साथ सत्संग वगेरा करती थी। मेरी
सिस्टर नीलम बीएससी 2 मे थी और मै 12 थ मे मेरे चाचा का लड़का 9 थ मे था। और एक बात भूल
गया मेरे पापा संगीत के क्लास भी लेते थे ये मेरे फॅमिली का परिचय हुआ। Bahan Ki Seal Todi
मेरे पास बहुत ज्यादा
पॉकेट मनी होती थी जिस कारण दोस्तों के साथ बिगड़ चूका था। मंदिर मे कीर्तन के समय
मुझे भी गाँव के कुछ बिगड़े लोग पंडित जी एक कश लगाइ ये बोलते और मै लगाता मुझे
दारू गांजा की बहुत ज्यादा आदि हो गया था। इस वजा से मेरे परिवार की बहुत बेजती
होरही थी मेरे दादा जी ने मेरे पापा से कह कर बहुत दूर किसी गाँव मे मुझे ले जाकर
रहने के लिए कहा ये फैसला मेरे मम्मी पापा बहन को और मुझे भी पसंद नहीं आया।
पर दादा जी के जिद के आगे
कुछ नहीं चला और हम चारो एक नए गाँव मे आकर रहने लगे जहा की लैंग्वेज आदिवासी थी
गोंडी। और मेरे पापा पास के ही कान्वेंट मे म्यूजिक पढ़ाने लगे और हम लोग का सिटी
मे एडमिशन हो गया था। सिर्फ हफ्ता ही हुआ था दादा जी की तबियत ख़राब होने का
समाचार मिला हम सब जाने की जिद किये पर पापा अकेले ही गए। 4 दिन बाद पापा जैसे तैसे
घर आये तब हमें पता चला मंदिर का पुरोहित बने के लिए ठाकुर ने मेरे दादा चाचा चाची
और उनके बेटे को जो कार से डॉ के पास जा रहें थे।
एक्सीडेंट मे मार दिया
मेरे चाचा घायल थे और उनका बेटा तो उनको पत्थर सिर पर देकर मार दिए और हम लोगो का
गाँव मे आने का इंतजार करने लगा ताकि हम लोगो को भी मार दे। मेरे पापा वहा पहोचे
तो हम सब को बुलाने वाले थे पर किसी ने पापा से कह दिया की अंतिम संस्कार कर के
निकल जाईये आप के फॅमिली के पीछे भी ठाकुर पड़ा है। मेरे पापा ने अंतिम संस्कार
किये उनकी अस्तिया लेकर किसी को हम कहा रहते पता तो था नहीं।
चुपचाप जान जान बचा कर
आगये हम सब का रो रो कर बहुत बुरा हाल था। फिर थोड़ा नार्मल हो गये पापा स्कूल मे
पढ़ाने और मै और दीदी कोलेज जाना चालू किये। पापा और मम्मी ने सख्त मना किया था किसी से
भी दोस्ती नहीं करना दीदी ने नहीं की पर फिर मेरी संगत गलत लड़को से होगई। अगस्त
का महीना था पितर पक्ष चालू हुआ तो मेरे मम्मी पापा पितृ दोष शांति के लिए बनारस, गया, और काठमांडू जाने का तय
किये।
दीदी और मै भी साथ चलने
की जिद करने लगे पर मम्मी पापा ने समझाया की ठाकुर जरूर हमारी फिराक मे होगा तुम लोग
मत आओ। तो हमने उनको भी जाने से मना किया तब पापा बोले प्रिंसिपल सर के पापा का और
वहा के बाबू के मम्मी पापा का भी है तो हम लोग अपना सब संभाल कर कर लेंगे। और मम्मी
पापा चले गए शाम को फ़ोन आया तो दीदी को बताये बनारस मे है सुभ पूजा कर के गया
जायेंगे। तुम लोग खाना खाकर कॉलेज जाना फिर भी हमें टेंशन हो रही थी।
फिर मम्मी पापा से फोन पर
बात होती थी गया का प्रोग्राम कर के वे लोग नेपाल चले गए। अब मै थोड़ा टेंशन मे था
तो एक निप रख लिया और गांजे का जुगाड़ कर के आगया। हम लोग दोपहर मे ही घर आ गये थे
पर बारिश बहुत थी गांजा पिने का मौका नहीं मिल रहा था। दीदी नाईट सूट पहन कर पहले
ही रूम मे सो रही थी और मै टीवी देख रहा था। दोपहर मे सोने के कारण और गांजा पीना
था इसलिए नींद नहीं आ रही थी।
दीदी के सोने के बाद 10 बज रहें थे मै बाथ रूम
मे गांजा पिया और फिर सोफे पर आकर टीवी देखने लगा। फिर 5 मिनिट बाद किचन मे जाकर थोड़ी सी शराब भी पी
लिया अब दिमाग़ मस्त होगया। फिर मैंने म्यूट करके मोबइल मे पोर्न देखना चालू किया
मेरा excitment बढ़ ने लगा। bf की हीरोइन बहुत तागड़ी माल थी फिर मेरी नजर मेरे दीदी पर
पड़ी वो तो सनी लियोन पोर्न स्टार जैसे लग रही थी।
मै दीदी के फेस को उनके
दूध को ही निहार ने लगा और मेरे अंदर कामुकता बढ़ने लगी। फिर करवट लेते समय दीदी
का गाउन उनके घुटने तक आगया मुझे और अंदर देखने की जिज्ञासा बढ़ने लगी। मै अपनी
जगा से दो तीन बार उठ कर बेड पर जाकर दीदी की जाँघ देखने की कोशिश कर रहा था पर
कुछ दिख नहीं रहा था। फिर सोफे पर बैठ कर मोबइल मे पोर्न
और दीदी के तरफ देखने लगा
अब मोबइल से इंटरेस्ट ख़तम और दीदी मे बढ़ रहा था।
उनके अंग देखने की इच्छा
बढ़ रही थी और धड़कन भी बहुत तेज होगई थी। फिर थोड़ी हिमत कर के बेड किनारे बैठ कर
उनका गाउन बहुत धीरे धीरे ऊपर कर रहा था एक साइड से तो पूरा ऊपर कर दिया। उसकी
नाभि चढ़ी कुले दिख रहें थे और मै और उत्साहित हो रहा था। फिर दीदी एक करवट लेकर सीधी लेट गई
तो मै लेटे लेटे किचन मे गया और थोड़ी से पी लिया अब मेरा हिमत और ज्यादा हो गया।
मै सीधा बेड पर आकर उसके आजु-बाजु
पैर डालकर अपने सारे कपडे निकल कर चढ़ गया और उसका चड्ढी सरकाके पैर जैसे फैलाने
गया वो जाग गई। मुझे इस हालत मे देख कर मुझे धका देने लगी मै बोला मुझे करने दे, वो बहुत गली देने लगी।
मुझे भी गुस्सा आने लगा उसने मेरे छाती पर नोच दिया मुझे बहुत गुस्सा आया। मैंने
बेड पर पड़ी ओढ़नी से उसके हाथ बांध दिए वो चीला रही थी पर हमारे घर के आजु बाजु
कोई भी नहीं रहता था इसलिए कोई आने वाला था नहीं।
मेरे हाथ से उसका गाउन फट
गया तो उसे और फाड़ कर उसके मुँह पर बांध दिया। जिस से उसकी आवाज़ घुटने लगी और मै
उस पर तुट पड़ा ब्रा नोच कर फेक दिया। वो तभी बहुत हाथ पैर मार रही थी मै उसके
दोनों पैरो के बिच मे आया और सीधा लण्ड उसकी चूत पर लगा कर धका दिया पर गया नहीं।
फिर टॉय किया नहीं गया चूत फैला कर डालने था पर ये पैर मार रही थी। पर दोनों पैरो
के बिच मे था तो ज्यादा कुछ कर नहीं पाई।
जैसे तैसे सुपाडा चूत मे
डाला और धका बहुत जोर से मारा उसके आँख से आंसू आरहे थे और चेहरे पर तेज दर्द और बहुत
तेज सास चल रही थी। मुझे भी बहुत दर्द हो रहा था पर मै उसके चूत मे तेज धके मारने
लगा वो दर्द से तड़प रही थी पर मुझे कोई उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। और ऐसे हीं
पेलते हुए 15,20 मिनिट हुए होंगे मेरा पूरा माल उसकी चूत मे छुट गया। और मै उसके ऊपर निढाल
गिर गया वो रो रही थी।
जब मेरा नशा उतरना चालू
हुआ तो मुझे एहसास हुआ की मैंने क्या कर दिया। जब दीदी को देखा तो उसकी चूची से
खून आ रहा था जो मेरे काटने से नोंचने से निकल रहा था। गाल गला पूरा लाल होगया था चूत
से वीर्य और खून बह रहा था उसकी हालत बहुत ख़राब थी। चूत से खून निकल हीं रहा था
मेरे भी लण्ड से खून आरहा था चमड़ी तुट गई थी। अब मेरी फटनी चालू हुई अगर ये मर गई
तो क्या होगा और बच गई तो पुलिस मे मेरी कम्प्लीट कर देगी।
जैसे तैसे मैंने उसका
मुँह खोला सॉरी बोला, वो रो रही थी बोली की तुझे छोडूंगी नहीं पुलिस मे कंप्लेंट
करुँगी। बोलने लगी मुझे नीच कमीना जो ना वो बोल रही थी मेरा मन कर रहा था की इसे
मार कर कही गाड़ देता हु। और ठाकुर पंडित ने मारा कर के पापा मम्मी को बोलूंगा फिर
दिमाग़ मे आया की पुलिस किसी भी तरहा से मुज़से उगलवा लेंगे और हमारी बहुत बेजती
होंगी। दीदी मम्मी पापा का नाम ले ले कर रो रही थी और मुझे गली देकर रोये जारही थी।
मै दीदी से बोला रो मत मै
आत्महत्या करने जा रहा हु, वो बोली जल्दी मर हरामी बोलने लगी। फिर मै सोचा अगर मै मर
गया इसकी हालत बहुत ख़राब है मर गई तो और फिर पोलिस इसे पूछताछ करके कुछ और हो।
इसलिए मै दीदी से बोला मम्मी पापा को आने दे उस दिन मै आत्म हत्या कर लूँगा मुझे
जीने का हक़ बिलकुल नहीं है और मै भी रोने लगा। दीदी के बदन पर चोटों के बहुत सारे
निशान थे चूत से खून आ रहा था।
मैंने जबरदस्ती उसे
परासिटामोल खिला दिया ताकि इसे बुखार और दर्द ना हो। डिटौल को पानी मे मिलाकर उसके
बॉडी को साफ किया पर उसके हाथ बंधे हीं रखा था। चूत तो बुरी तरह से सूज गई थी और
ब्लड आ रहा था क्लीन रुमाल उसकी चूत पर चिपका के रखा ताकि खून बंद हो। रात के 2:30 बज रहें थे दीदी
के ऊपर कपड़ा डाल दिया वो सिसस्क के रो रही थी। मै खुद पर बहुत बुरा भला सोच रहा
था दिमाग़ फटने को था वो हीं हाल दीदी का भी।
मुझे कुछ बहुत अफ़सोस हो
रहा था की ये क्या किया मैं। और जेब मे रखी भाँग की गोली खाने का सोचा तो और
ज्यादा दुख होगा ये सोच कर भाँग की गोली दीदी को खिला दिया और जबरदस्ती एक पैग उसे पीला दिया। कुछ देर
मे उसके होश चला गया फिर मै ने भी शराब पीकर बैठा रहा ये सोचते की क्या कर दिया
मैंने ऐसा कैसे कर सकता हु। मुझे नींद नहीं आई मै सोच लिया मम्मी पापा जिस दिन
आएंगे उस दिन हीं एक्सीडेंट मे मरना है।
और 8 बज गाये सोचते सोचते
बारिश भी होरही थी दीदी सो रही थी। मैंने बाइक निकाली और केमिस्ट के पास गया उसे
बोला gf के साथ सेक्स
किया उसके चूत से खून नहीं रुक रहा और मेरा भी चमड़ी तुट गई। फिर उसने कुछ टेबलेट
दी और ट्यूब दिया की उसके इसमें लगाना आराम मिलेगा और खुद भी लगा लेना। फिर उसे
बोला की दूध पर भी दांत गाड़ गए तो फिर उसने एक और ट्यूब दिया और मुझे आईपील की
गोली भी खिलाने को बोल दिया।
मै कुछ खाने का लेकर घर
जल्दी पहोच गया पूरा भीगा हुआ था दीदी अभी सोरही थी और मुझे खुद से नफरत। मैंने पानी
गर्म किया जिसे उसके घाव और बदन को पोछ ने के लिए तभी एक अज्ञात कॉल दीदी के मोबइल पर आई।
तो मैंने फ़ोन उठाया मोबइल के घंटी से दीदी भी जाग गई थी। तो पापा ने काठमांडू के
पीसीओ से कॉल किया था पूछ रहें थे सब ठीक तो है दीदी कहा है पूछे तो मै बोला वो
नहा रही है।
फिर दीदी बेड से खड़ी हो
गई मै तुरंत घर से बाहर आया। वो बोले काठमांडू से शाम को निकल जायेंगे और मनोकामना
देवी के दर्शन लेकर वापस लौट आएंगे। मै फ़ोन कट करके रूम मे आया तो दीदी सामने
नंगी हाथ बंधे खड़ी थी उसके दूध एक दम लाल और पेट से लेकर गले तक खरोच के निशान चूत
क्लीन थी। शायद कल हीं साफ की होंगी चूत के ओठ फुले हुए और खून सूखा दिख रहा था मै
उनसे नजर नहीं मिला पारहा था।
जैसे मै रूम मे थोड़ा आगे
बढ़ कर सॉरी बोला उसने मेरे लण्ड पर जोर से लाथ मारदी। मेरे तो होश उड़ गये और
दर्द भी बहुत हो रहा था दीदी के टाइट चुद मे लण्ड डालने से मेरा चमड़ा छिल गया था
उसमे बहुत दर्द होरहा था। जैसे तैसे खुद को संभाल कर दीदी को बेड पर पटक दिया और
उसके पैर भी बांध दिया पर मुझे बहुत ज्यादा तकलीफ होरही थी। तो पैंट वही दीदी के
सामने हीं खोल कर लण्ड देखा तो उसमे से खून निकल रहा था और सुपाड़े से चमड़ा पूरा
पीछे चला गया था।
बहुत तेज दर्द और खून
दोनों निकल रहा था तो दीदी मुझे देख रही थी। उसके आँख सेआंसू और मुझे गुस्से से
देख रही थी मैंने फिर केमिस्ट ने दी ट्यूब लगाइ। और ऐसे हीं बैठा रहा दीदी से बोला
माफ मत करना पर मैंने तुम्हारे साथ जो किया किसी से मत कहना। मम्मी पापा 8 दिन बाद घर आने वाले है
मेरा ये कृत्या सुनकर आत्म हत्या ना कर ले की किस नीच को जन्म दिया। दीदी मै वादा
करता हु की जिस दिन मम्मी पापा आएंगे मै अपनी जिंदगी ख़त्म कर लूंगा। कम से कम तुम
तो रहोगी मम्मी पापा के साथ उनका कुछ सहारा तो होगा।
पर मेरे किसी भी चीज का
उसपर कोई असर नहीं होरहा था फिर मै उनके ऊपर चदर डाल दिया। और मुँह खोल दिया वो बहुत
जोर जोर से रोने लगी करीब 20 मिनिट रोती रही थी मै भी रो रहा था। ऐसा लग रहा था की अभी
खुद को आग लगा दू करीब आधे घंटे बाद दीदी बोली मेरे हाथ पैर खोल मुझे बाथरूम जाना
है। तो मै उसे कहा नहीं खोल सकता बाथरूम मे मै लेकर जाता उसपर वो बोली जिस दिन तू
मरेगा ना तेरे ऊपर थूकना भी मुझे पसंद नहीं मै तुझे अपने हाथ से मरना चाहती हु।
मै बोला तुम्हारी इच्छा
मै जरूर पूरी करूँगा बस मम्मी पापा को आने दे। मै उसे खड़ा किया और दोनों पैरो के
बिच थोड़ी लम्बी रसी बँधी ताकि वो ज्यादा कुछ ना कर सके और वो बाथरूम मे पोटी करने
लगी और सुसु भी। उसके हाथ बंधे थे उसकी पोटी होगई थी हाथ खोलने को बोली की धोना है
मै बोला नहीं मै धो देता हु। मैंने संडास मे पानी डाला और उसकी गांड धो दी और अपने
हाथ अच्छे से साबुन से धो लिया और उसके पैर और गांड को टॉवेल से अच्छे से पोछ दिया।
वो बोली की तू हाथ खोल
मेरा अकड़ गया है और बहुत दर्द भी कर रहा है। तब मै उसे बोला नहीं खोल सकता तुम
बेड पर लेट जाओ मै खोलता। वो लेट गई मैंने उसके दोनों पैरो को बेड के साथ बांध
दिया और फिर उसका एक हाथ खोल कर तुरंत बेड के एक साइड मे बांध दिया। वो बोली खोल
कमीने मेरा हाथ तब मै दूसरा भी बांध दिया उसे बोला की ये। अब मुझे गालिया दे रही
थी कुत्ता सूअर कमीना पर कर कुछ नहीं पारही थी।
गर्म करने के लिए रखा पानी
उबल कर बाहर आ रहा था। मै भी चढ़ी पहन के था नहीं मलहम लगाया था और इतना सब होने
के कारण कपड़ो की कोई अहमियत नहीं रही थी। मै थोड़ा कुनकुना पानी किया उसमे डिटौल
डाल कर कपड़ा भिगो कर उसका पूरा बदन पोंछने लगा। वो सिर्फ गाली देरही थी उसका फेस
गर्दन उसकी जैसे चूची पर आया वो करा उठी फिर भी मै आराम से उनको पोछा उनपर मेरे
दांत के निशान साफ दिख रहें थे।
वो बोली कल तो तूने किया
आज भी तू मेरे बदन से खेल रहा मुझे नंगी कर के रखा है और खुद भी नंगा। मेरे हाथ
खोल मै कर लुंगी मै बोला कल सब होगया अब ये कपडे कितने भी पहनले ये कुछ ढक नहीं
सक्ता। मुझे तुम्हे मम्मी पापा आने से पहले ठीक करना है जो तुम्हारी आत्मा को मेरी
वजहसे चोट पहोची है वो तो जिंदगी भर नहीं जाएगी। पर मै शरीर के ऊपर के घाव ठीक कर
दूंगा और जो मै तुम्हारे साथ किया और तुम्हारे बदन को देखा 8 दिन बाद ये इस दुनिया मे
नहीं रहेगा।
ये सजा मैंने खुद मेरे
लिए तय किया हु फिर मैंने ट्यूब निकाला और जहा जहा चोट खरोच आया था वहा लगाने लगा।
सबसे ज्यादा दूध पर था वहा आराम से हलके हाथ से लगा रहा था उतने मे मेरा लण्ड फन
फ़ना उठा। मेरा ध्यान उसपर मेरा ध्यान नहीं था फिर चूत के पास आकर उसके लिए एक
दूसरा मलहम लगाने लगा। उसके चूत का वो छला तीन जगा से तुट गया था वहा छूते हीं उसे
दर्द होरहा था छोड़ बोल रही थी।
पर मै लगा दिया और पैरो
को खोल दिया और अपने ऊपर गमछा लपेट लिया और उसे चदर से ढक दिया। फिर ipill की गोली है खा ले
बोल कर खिला दिया मेरा तो दिमाग़ हीं काम नहीं कर रहा था। मुझे ना भूक लग रही थी
ना हीं नींद थोड़ी देर बाद दीदी कुछ कस मसा रही थी। तो पूछा क्या हुआ कुछ नहीं
बोली फिर थोड़ी देर बाद बोली भूक लगी है। सुभ मार्केट से लाया सैंडविच खिलाया उसे
और पानी पिलाया पर मै कुछ नहीं खाया।
2 बजे के लगभग वो बोली सुसु लगी है तो फिर उसके पैर बंधा और हाथ को भी बांध
दिया। अब वो कुछ नहीं बोल रही थी और बाथरूम मे पेशाब करने लगी और पेशाब ख़त्म होने
पर मैंने उसके पैर और चूत को कपडे से पोछ दिया। दोपहर के 2:30 बज रहें थे ऑगस्ट का महीना था लाइन कट हुई तो
गर्मी लग रही थी दीदी को भी पसीना आरहा था। और मै उसके घाव को गिला नहीं होने देना
चा रहा था और उसे भी गर्मी बर्दास्त नहीं होरही थी।
तो मै बोला चदर हटा रहा
पसीना आएगा तो जलन होंगी चदर हटाया तो देखा उसके पेट पर क्लीवेज पर पसीना की बून्द
निकल रही। तब मैंने उसे पोछ दिया और उसके पास बैठ कर गमछा से हवा देने लगा वो कुछ
बोल नहीं रही थी। उसके हाथ और पैर बांध कर हीं रखा था बैठे बैठे हवा देते हुए मै
उसके बाजु मे लेट कर हवा देने लगा और कब नींद आगई पता हीं नहीं चला। शायद मेरे
सोते हीं बिजली आ गई हो।
मेरी दीदी मेरे बगल मे
नंगी लेटी थी और मै टीशर्ट के निचे सिर्फ गमछा पहना था करीब सात बजरहे होंगे। हाथ
पैर बंधे होने से उसे ऐठन होने लगी थी भूक भी लगी थी। वो मेरे पास सर कर आई और
आवाज दे रही थी पर मै तो बेहोश सोया था। तो वो बहुत जोर से चिल्लाई तब मै एक दम उठ
कर बैठ गया बोली कब से जगा रही हु मेरे हाथ पैर मे दर्द होरहा खोल इसे। तो मैंने
कुछ देर के लिए हाथ खोले और पैर भी वो बोली भूक लग रही।
तो मै काली चाय बनाया और
उसे पिलाकर दिया खाने के लिए कुछ लाना था तो बाहर गया एक ढाबे से खाना पैक कराया।
पर सात मे मेरा और दीदी का मोबइल भी लेकर गया था तब पापा का फ़ोन आया की मानो
कामना मंदिर से कुछ दूर लैंड स्लाइड हुआ है कुछ दिन और लेट होगा और पीछे भी गाड़ी
नहीं ले सकते यहाँ भारी बारिश के कारण रास्ता बंद है। मै बोला आप अपना ख्याल रखे
मै सब संभाल लूंगा उसके बाद फिर मैं घर पहुंच गया।
दीदी दीदी को बोला खाना
लाया हु खा लो बोली ब्रश करना है उसे खुद ब्रश करा दिया मुँह हाथ धो दिया। वो बोली
मेरे हाथ खोल मै खुद कर लुंगी पर मै बोला तुम बवाल करोगी मम्मी पापा और 10 दिन लेट होने वाले हैँ।
फिर अच्छे से उसका बदन पोछ दिया उसका दूध पर सूजन थोड़ा कम था चूत का भी सूजन कम
हुआ। पर चूत मुँह खोल कर थी मेरा लन्ड टाइट हो गया था फिर मै ने मल्हम निकाल कर
दूध पर लगाना चालू किया।
उसके निपल पर भी लगा कर
अपनी उंगली से धीरे धीरे लगा रहा था उसके निपल खड़े होगये थे। क्लीवेज के बिच मेरे
नाख़ून लगे थे वहा भी अछेसे लगा रहा था फिर दूसरे तरफ भी वैसे हीं लगा रहा था।
दीदी सिर्फ मुझे हीं देख रही थी बोली रहने दे अब ठीक हैँ अब टच मत कर जो तू किया
उसका फल ये मिला हैँ। मुझे अब दूर रह मुज़से तुझे देख कर मुझे घिन हो रही हैँ। मै
बोला जो हुआ वो तो हो चूका अब मम्मी पापा आने तक जीतनी मेरी लाइफ हैँ उतनी लाइफ मे
जखम तो भर सक्ता हु मेरे द्वारा जो हुए हैँ।
पर जो तुम्हारे दिल
दिमाग़ पर जखम हुआ हैँ उसे भर नहीं सकता। और फिर उसके चूत के पास गया चूत से चिप
चिपा पानी निकल रहा था मै बोला ये चिप चिपा पानी क्यू निकल रहा। वो बोली मुझे नहीं
पता तू दूर रह छूना मत पर मै बोला जल्दी ठीक करना है। वो बोली हो जायेगा पर मै ने
ट्यूब निकाल कर लगाने लगा तो और ज्यादा पानी निकल ने लगा। और वो अपने हाथ से चदर
पकड़ रही थी और थोड़ा पैर भी इधर उधर कर रही थी।
मै बोला ज्यादा दर्द
होरहा हैँ ना बोली हा मुझे भी बहुत हो रहा हैँ चढ़ी भी नहीं पहन पारहा हु। मै पता
नहीं कैसे बहक गया और ये सब कर गया दारू गांजा का नशे ने मेरी और तुम्हारी लाइफ
ख़राब की वो अलग। पर मै इतना गिर गया क्या बताऊ असल बात तो ये थी की ये सब के साथ
मै पोर्न देख रहा था। और वो पोर्न स्टार लेह गोटी बिल कुल तुम्हारे जैसे हैँ जैसे
जुड़वाँ बहन हो बस मै सब भूल गया और ये हरकत कर बैठा।
दीदी बोली रहने दे ज्यादा
बने की कोशिस मत कर तू पहले से ऐसा हीं हैँ अगर अच्छा होता तो गाँव छोड़ कर यहाँ
नहीं आते। मै बोला की मै दारू गांजा भाँग का आदि हु पर सेक्स पहली बार हीं किया हु
और मुझे करना भी नहीं आया नहीं तो तुम्हारे और मेरे उसमे इतने घाव नहीं होते। और
मै भी अपने लण्ड पर ट्यूब लगाया वो देख रही थी लन्ड बहुत टाइट होकर था। उसे देख कर
दीदी की चूत से और पानी निकल रहा था।
फिर मैंने मोबइल टीवी से वाय-फाय से कनेक्ट कर के सनी
लियोन को दीदी को
दिखाया देख लो बोला ये तुमसे जरा सी भी अलग हो। तो दीदी भी उसे देख कर हैरान होगई
और बोली हा ये तो बिलकुल मेरे जैसे हैँ कोई भी इसे देख कर तो मै हु ये हीं सोचेगा।
मैने सनी लियोन की फ़िल्म ऑन रख कर संडास करने चला गया मूवी पूरी 90 मिनिट की थी और मुझे संडास और नाहा के आने मे
करीब 30 मिनिट ज्यादा लग
गए। और वो बेड पर तड़प रही थी उसके चूत मे से सफ़ेद चिप चिपा गाढ़ा पानी निकल रहा
था। मै सिर्फ टॉवेल लपेट कर आया था ये देख कर मुझे डर लगा कही ट्यूब का रिएक्शन तो
नहीं हुआ। और मै उसके चूत को अपने हाथ से साहलाने लगा उसके तो होश गायब थे उसके
मुँह से निकल गया साहला वहा रुक मत। मै सहलाने लगा चूत पूरी गीली होगई थी बहुत पानी
निकल रहा था उसकी सांसे बहुत तेज थी। तो एक हाथ उसके दूध पर लेकर गया बोली इसे भी
दबा जोरसे दबा उसके होश गायब से होगये थे। एक हाथ से चूत दूसरे हाथ से दूध दबाने
मे दिकत होरही थी।
तो वो दूसरा भी दबाने के
लिए बोलने लगी और कमर ऊपर निचे कर रही थी। फिर मै उसके टांग के बिच आया और दोनों
हाथ से उसके दूध तो बाहो हार्ड दबाने लगा। वो कमर उठा कर मुझे पेट और मेरे लण्ड पर
झटका मार रही थी मेरा टॉवेल खुल गया और उसकी चूत पर मेरा लण्ड टच होगया। मै उसके
दूध दबा रहा था वो पूरी चूत मेरे लण्ड पर रगड़ रही थी ऐसे करते हुए हीं अचानक लण्ड
दीदी के चूत मे घुस गया। और वो और कमर ऊपर निचे कर के झाटाका मार रही थी।
फिर मुझे बोली अंदर तक ते
झटका मार और मार मै तेज धक्के मारने लगा। और 10,15 मिनिट मे उसके चूत मे झड गया और थोड़ी देर धके मारते रहा वो शांत होगई
थी। मै उसके ऊपर हीं लेटा रहा उसके मुँह से कोई भी शब्द नहीं निकल रहा था। मै भी 5 मिनिट बाद उसके बाजु मे
लेट गया दोनों भी शांत थे फिर मै उठा तो मेरे लण्ड के चमड़ी से हल्का ब्लड निकल
रहा था। मैं बाथरूम गया लण्ड धोकर आया और ट्यूब लगाया टीवी पर फ़िल्म चालू हीं थी।
फिर दीदी की तरफ देखा वो
दूसरी तरफ देख रही थी मै फिर से सॉरी बोला की फिर मैंने ये हरकत कर दी। वो कुछ
नहीं बोल रही थी ना देख रही थी उसके चूत से मेरा वीर्य निकल रहा था। उसने आँख बंद
कर ली थी मै ने कपड़ा लेकर उसके चूत से निकल रहें वीर्य को पोछा थोड़ा सा ब्लड भी
आरहा था। मै बोला कुछ तो बोलो वो शांत थी मैंने उसकी चूत साफ कर ट्यूब लगा दी वो
आँख बंद कर के हीं थी कुछ भी रेस्पॉन्स नहीं।
करीब 2 घंटे बाद मै उसे बोला
कुछ खा लो वो बोली मेरे हाथ पैर खोलो मै बोला तुम कुछ कर लोगी। बोली कुछ नहीं
करुँगी मम्मी की कसम, पर मुझे यकीन नहीं था मै बोला पैर खोलता हु सिर्फ। बोली
मुझे नहाना हैँ मै बोला गिला मत हो। और दो दिन बोली खोल दे कुछ नहीं करुँगी मै ना
बोला बोली पेशाब लगी हैँ। फिर उसे बाथरूम लगाया वो मेरे सामने पेशाब कर रही थी उसे
मूत ता देख मेरा लण्ड खड़ा होगया।
ये देख कर अचानक वो हस दी
फिर शांत हो गई मैंने उसका चूत पोछा और बाथरूम मे पानी डाल कर फिर अंदर आया। दीदी
बोली भूक लग रही हैँ वो बेड पर बैठ गई हाथ बंधे थे और मूवी रिपीट चालू होगई। मै ने
खिचड़ी बना ने के लिए कुकर मे रख दी और कुरकुरे लेकर उसके बाजु मे बैठ कर उसे
खिलाने लगा। मूवी मे सनी लियोन लण्ड चूस रही थी वो देख कर उसने मेरे लण्ड पर नजर डाली।
मेरा भी खड़ा था और खा रही थी मूवी देखते वो भी गर्म हो रही थी मै भी।
मै अचानक बोला इनके चूत
लण्ड से खून क्यू नहीं निकल रहा। उसपर वो तुरंत बोल दी पहली बार उनका भी निकला
होगा और चुप होगई। अब वो अपने पैर फैला ने लगी जैसे मूवी मे लण्ड चूत मे डालने लगा
मेरा भी लण्ड पूरा टाइट होगया। मै
उसके मुँह मे कुरकुरे डाल रहा था वो खा रही थी जैसे उसके चूत मे लण्ड का झटका
पड़ता वो कराती दीदी मेरे तरफ देख कर मूसकुरा दी। मै भी मुस्कुराया बोला सॉरी दीदी
बहक गया था वो कुछ नहीं बोली।
और बेड पर बैठ कर थी लेट
गई और पैर थोड़े थोड़े चौड़े करने लगी फिर उसकी चूत से हल्का चिप चिपा पानी आने
लगा। मै बोला ये क्या होरहा बोली कुछ नहीं मै साबुन से हाथ धोकर आया और फिर उसकी चूत
पर रख कर साहलाने लगा। वो और उत्साहित होगई हीरो सनी लियोन की चुद चाट रहा था तो मैंने भी सोचा की कर के
देखु। चूत का पूरा खटा सवाद था जीभ लगाते दीदी बोली अच्छा लग रहा। न चाहते हुए भी
मै उसकी चूत चाटने लगा जीभ भी अंदर डाल रहा था ये करते मुझे मजा आने लगा था।
वो जोर जोर से मेरे मुँह
पर चूत रगड़ रही थी फिर पूरा चूत का पानी उसके चूत से बाहर आया और वो सेक्सी
स्माइल कर रही थी। मै बोला ठीक लगा बोली हा मेरे हाथ खोल दे कुछ नहीं करूँगी मै
नहीं बोला थोड़ा ढीला बांध दे फिर तो ढीला बांध दिया चिचड़ी बन चुकी थी। तभी पापा
का फ़ोन आया अब मेरी फट गई क्या होगा कपड़ा पहना था नहीं और नेपाल का वही नंबर तो उठा लिया। पापा बोले नीलम
से बात करा।
मेरी और फटी तब वो बोली
दे फोन तब देना पड़ा बहुत प्यार से उसने मम्मी पापा से बात की मेरे बारे मे बोली बहुत
ख्याल रखता हैँ। मुझे बहुत सुकून मिला फिर मेरे दिमाग़ मे ये आया की कही ये अच्छी
बन कर सुसाइड की तो नहीं सोच रही। फिर मै ने सोच लिया इसके हाथ नहीं खोलना हैँ फिर
थाली मे खिचड़ी अचार लेकर आया वो पापा को बाय बोल कर फ़ोन रख दी।
वो बोली अब तो मै ने पापा
मम्मी से भी अच्छे से बात की अब तो हाथ खोल दे मै मूसकुराया बोला हा खोलता खालो
पहले। वो बोली मै खुद खा लुंगी हाथ तो खोल मेरा फिर दिमाग़ घुमा स्पीकर पर फ़ोन था
कट हुआ या नहीं कट हुआ था तब थोड़ा रिलैक्स हुआ और उसे खिलाने लगा। बोली कब खोलेगा
मै बोला जिस दिन मम्मी पापा आएंगे तब।