ganv ki ladki ko kheto me choda

भैंस चराने गई लड़की को पेला

भैंस चराने गई लड़की को चोदा,ganv ki ladki ko kheto me choda,dehati ladki ko kheto me choda, ganv ki ladki ko mote lund se choda


यारों मैं फिर एक बार अपनी कहानी लेकर हाजिर हूँ. इस बार मैं आपको अपने बचपन की एक कहानी सुना रहा हूं मेरा परिवार शुरू में गांव में रहता था. गांव का माहौल शहर के माहौल से बिल्कुल अलग होता है मेरे घर का माहौल भी एक गांव के माहौल की तरह ही था. घर में मैं मेरे पिताजी और माताजी थे सबसे छोटा होने के कारण मैं अपने मां-बाप का बहुत लाड़ला बेटा था इस कारण थोड़ा जिद्दी भी हो गया था. Desi Village XXX Story

मैं करीब 14- 15 साल की उम्र अपने मम्मी पापा के साथ ही सोता है इसीलिए कई बार मुझे मां की लाइफ चुदाई देखने का मौका मिला! गांव में पति पत्नी एक साथ नहीं सोते हैं एक ही कमरे में भी अलग अलग खटिया पर सोते हैं. मेरे पापा अलग खटिया पर और मैं और मेरी मां उसी कमरे में अलग खटिया पर सोते थे. मैं तीन-चार साल तक तो अपनी मां का दूध पीता ऱहा था, इसीलिए मैं उनके साथ ही सोता था.

कभी-कभी मैं चड्डी पहन के तो कभी एकदम नंगा सो जाता हूं गांव में बच्चे अक्सर ऐसे ही सोते हैं. चड्डी पहन कर बनियान पहनकर गांव में भी घूमते रहते हैं अक्सर मेरे पापा रात में मम्मी की चुदाई करते थे बिल्कुल नंगा करके. एक रात जब मेरी नींद टूटी तो देखा पापा मेरे पास मम्मी के पास लेते हैं. और मम्मी की पीठ के पास चिपकर कुछ कर रहे हो मुझे यह सब समझ में नहीं आता था.


फिर भी मैंने देख पापा मम्मी बिल्कुल नंगे हो मैं उठ कर बैठ गया और मम्मी मम्मी करने लगा. मम्मी ने मुझे अपने पास लेटा लिया पापा भी मम्मी के पास ही लेटे रहे मैंने देखा पापा मम्मी की चुदाई कर रहे. पापा का लंड मम्मी की चूत में डाला था दोनों बिल्कुल नंगी थे. थोड़ी देर बाद मुझे सोया जानकर पापा मम्मी को अपने पास खटिया पर ले गए. उन्होंने मम्मी की चूत चाटना शुरू कर दी है.

मैं फिर उठकर मम्मी पापा के पास पहुंच गया मुझे देखकर पापा कहने लगे तेरे को नींद नहीं आ रही है. मैंने आप मिलते हुए कहा मुझे आपके पास लेटना है पापा ने मुझे अपने पास लिटा लिया और फिर मम्मी की चुदाई करने लगे. पापा ने इस बार मम्मी के होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उनके बूब्स दबाने लगे. मैं जाग रहा था और सब कुछ देख रहा था लेकिन मेरे पापा मम्मी को मेरे जागने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा वे तो अपने काम में मस्त थे.

थोड़ी देर बाद में जब उठ गया तो पापा ने मुझे अपनी जांघो के पास बैठा लिया. और अपना लंड मुझे पकड़ा दिया और कहा तू इसके साथ खेल. मैं पापा का लंड पकड़ कर खेलने लगा कभी पापा का लंड पकडकर हिलाता तो कभी चूसता, मुझे और मजा आ रहा था. थोड़ी देर बाद में मम्मी के जनों के बीच बैठ गया और मैंने मम्मी की चूत में उंगली डालना शुरू कर दिया. कि बीच बीच मे कभी जीभ से चुम्मी लेकर चूत चाट लेता था.

मैं काफी छोटी उम्र से पापा से लंड से खेलता था मुझे लंड से खेलना और चूत में उंगली डालना बहुत अच्छा लगता था. जब मैं छोटा था तो रात में उठ जाता था तो पापा मुझे इसी तरह अपनी जांघों के बीच बिठाकर लंड से खेलने को कह देते थे. और पापा मम्मी कै कभी होठों का रस पीते तो कभी दुघ चूसते थे. पापा जब मम्मी की चूत चाटने लगे तो मैं मम्मी के दूध चूसने लगता था.


मेरी मम्मी मेरे सामने छोटे से ही नंगी हो जाते थे मेरे सामने नहा भी लेते अपने कपड़े बदल लेते हैं. इसी तरह मेरे पापा मेरे सामने नंगे होकर नहा लेते थे और कपड़े भी बदल लेते थे. 1 दिन जोरदार बारिश हो रही थी मैं बाहर से जब घर पर आया तो मुझे घर पर मम्मी कहीं नहीं देखी. मैंने पूरा घर छान मारा लेकिन मुझे मम्मी कहीं नहीं देखी फिर मैं बेडरूम में गया यहां मेरे मम्मी पापा सोते थे.

मैंने गेट खोल कर देखा तो पापा मम्मी की चुदाई कर रहे थे पापा मम्मी दोनों एकदम नंगे थे. पापा ने मम्मी को घोड़ी बना रखा था और उनकी चूत में अपना लंड डाल रखा है मैं गेट खोल कर सीधे कमरे में घुस गया. अचानक मुझे देखकर मेरे मम्मी पापा हड़बड़ाबे और अलग हो गए. मम्मी बोली बेटा तू कब आया मैंने बोला मैं अभी आया आप नहीं दिखे तो मैं घर आ गया.

उस समय मेरा सिर्फ खड़ा होता था लंड को पकड़ कर मसलने में मजा आता था लेकिन पिचकारी नहीं छूटती थी मैं कमरे में खटिया पर बैठ गया. मैं यह देखकर हैरान रह गया कि मेरे मम्मी पापा मेरे पास ऐसे नंगे ही बैठ गए. पापा खटिया पर लेट गए मैं हर बार की तरह पापा लण्ड सहलाने लगा. पापा मम्मी की चूत चाटने लगी थोड़ी देर बाद पापा ने मुझे अलग कर दिया और मम्मी को आगे की ओर झुका दिया और अपना लंड एक ही झटके में मम्मी की चूत में डाल दिया.

मैंने पहली बार मम्मी की लाइफ चुदाई अपनी आंखों से देखें. पापा मम्मी ने मुझे कमरे से बाहर जाने को भी नहीं कहा मम्मी ने पापा के कान में कहा कि इसको बाहर भेज दो. पापा बोले अभी तो बहुत छोटा है उसे कोई ज्ञान नहीं है बैठा रहने दो. मैंने पापा से मासूमीयत इसलिए पूछा पापा आप यह क्या कर रहे है तो पापा कहने लगी मैं संभोग कर रहा हूं. मैंने कहा यह क्या होता है पापा बोले जब तुम बड़ा हो जाएगा तो तू भी अपनी पत्नी के साथ यह सब करेगा.

पापा कहने लगे तू भी तो इसी चू से निकला है मैंने कहा पापा यह चूत क्या होती है. तो पापा कहने लगे औरत की नंगू को चूत कहते हैं और पापा के सुसु को लंड कहते हैं. मैंने कहा तो क्या मेरी सुसु भी लंड कहेगी पापा कहने लगी हां तेरा भी अब खड़ा होने लगा है तेरी सुसु अब लंड बन गया है. पापा और मैं बातें कर रहा था और पापा मेरे सामने ही मम्मी की चूत मार रहे थे.


20 मिनट की चुदाई के बाद पापा ने मम्मी की चूत में ही अपना माल पानी छोड़ दिया. पापा मम्मी को नंगा देखकर मैं भी उत्तेजित हो गया था मैंने भी अपनी चड्डी उतार और अपनी सुसु को सहलाता रहा और हम तीनों मजा करते रहे. घर में रोज मम्मी पापा की चुदाई देखकर मैं भी उत्तेजित हो जाता था और मुझे भी किसी की चूत मारने की इच्छा होने लगी थी.

गांव में अक्सर लड़का लड़की अपने पालतू जानवरों को चराने के लिए जंगल जाते हैं. मेरे पड़ोस में भी एक लड़की मेरी ही हम उम्र थी वह भी अपनी गाय भैंस चलाने के लिए जंगल जाती थी. मैं भी एक दिन उसी के साथ जंगल चला गया जंगल में हम दोनों एक सिला पर बैठ गए और आसपास ही हमारे जानवर चलने लगे. हम लोगों की बातें करते रहे मैंने चड्डी बनियान पहन रखी थी तो उस लड़की ने भी देखा ब्लाउज और घाघरा पहन रखा था.

कुछ देर बाद छोकरी को लैट्रिन लगी छोकरी मुझसे बोली मेरे जानवर देखना मैं लैट्रिन होकर आती हूं. छोकरी एक बोतल में पानी लेकर झाड़ियों के पीछे बैठ गई और पॉटी करने लगी. थोड़ी देर में मैं भी उसी लड़की के सामने जा पहुंचा लड़की मुझे देख कर कहने लगी तुम यहां क्यों आ गए. मैंने कहा मुझे भी लेट्रिन आ रही है और मैं अपनी चड्डी खिसका कर उसी के सामने पॉटी करने बैठेगा.

लड़की कहने कोई आ जाएगा मैंने कहा इस जंगल में अभी कोई नहीं आएगा. मुझे वैसे पॉटी नहीं आ रही थी लेकिन मैं तो लड़की की चूत देखने के लिए बैठ गया था. थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा तेरी सुसु तो बहुत अच्छी है मैं उसे छूकर देखना चाहता हूं. छोकरी बोली कोई आ जाएगा मैंने कहा कोई नहीं आएगा. और मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और एक उंगली उसकी चूत के अंदर डाल दी और उसकी चूत में उंगली करने लगा

मेरे उंगली करने से लड़की को मजा आने लगा मैंने लड़की से कहा मेरी सुसु भी पकड़ कर देख. डरते डरते लड़की ने मेरा लंड पकड़ लिया और जोर से दबाने लगी. उसके लंड दबाने से और उसकी चूत में उंगली करने से मेरा लंड पहले ही खड़ा हो गया था. लड़की से मैंने कहा इसकी खाल पीछे करो तो उसने मेरे लंड की खाल पीछे की तो मेरा लाल सुपडा देखकर वह खुश हो गई.


कहने लगी तेरी सुसु तो बहुत अच्छी और बड़ी है मेरे पापा की सुसु भी ऐसी ही है. मैंने उससे कहा जब लड़का बड़ा हो जाता है तो उसको सुसु नहीं लड कहते हैं और तू भी अब बड़ी हो गई है तो तेरी चू चू चू तो बन गई है. लड़की मेरे लंड को शहला टी रही मैं उसकी चूत में उंगली करता रहा. थोड़ी देर बाद हम लोग फिर टीले पर आकर बैठ गए मैंने लड़की से कहा चलो पापा मम्मी वाला खेल खेलते हैं.

लड़की कहने लगी मुझे यह खेल नहीं आता है मैंने कहा मुझे यह खेल आता है. मैंने पापा मम्मी को कई बार खेलते हुए देखा है मैं लड़की को झाड़ी के पीछे ले गया. और मैंने लड़की को पीठ के बल सीधा लिटा दिया लड़की का घाघरा और उसकी चड्डी उतार दी. और मैं उसकी दोनों टांगों के बीच में बैठ गया मैंने उसकी सुसु अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दी.

तो लड़की मस्त हो गई कहने लगी बहुत मजा आ रहा है फिर मैं सिक्सटी नाइन की स्थिति में उसके ऊपर लेट गया. और मैंने अपना लंड उसके मुंह में दे दिया और कहा यह तू भी चूस तेरे को भी बहुत मजा आएगा. लड़की ने मेरा पूरा लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी. हम दोनों एक दूसरे के लंड और चूत चूस रहे थे तभी किसी की आने की आहट सुनाई दी. “Desi Village XXX Story”

तो हम लोग अलग हो गए और अपने कपड़े पहन कर टीले के पास आ गए. उस दिन मैं उस लड़की की चुदाई नहीं कर सका, लड़की चुदाई के लिए तैयार थी लेकिन किसी के आज आने की आहट के कारण में चुदाई नहीं कर सका. मेरा लंड प्यासा ही रह गया मैंने लड़की के सामने ही अपनी मुठ मारी लड़की कहने लगी यह क्या कर रहे हो. मैंने कहा यह मैं मुठ मार रहा हूं कल पापा मम्मी वाला बाकी खेल भी खेलेंगे.

दूसरे दिन जब हम लोग गए तो पहले की तरह झाड़ियों के पीछे पहुंच गए. मैंने लड़की की चूत में उंगली करना शुरू कर दिया और उसके बूब्स चूसने लगा. थोड़ी देर में लड़की की चूत पानी छोड़ने लगी तो मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया और अपना लंड उस लड़की के मुंह में दे दिया. हम दोनों ने 10 मिनट तक एक दूसरे की चूत और लंड चाहते लड़की की चूत नमकीन पानी छोड़ने लगी.

तो मैंने उसकी दोनों टांगों के बीच में बैठ गया और अपना लंड थूक लगा धीरे-धीरे लड़की की चूत में डालना शुरू किया. लड़की कहने लगी दर्द हो रहा है दर्द हो रहा है, मैंने उससे कहा तेरी चूत अभी फ्री नहीं है इसलिए थोड़ा सा दर्द होगा थोड़ा सा बर्दाश्त करो. मैं रोका नहीं धीरे-धीरे मैंने लड़की की चूत में लण्ड डालकर चुपचाप लेट गया. थोड़ी देर बाद जब लड़की का दर्द कम हो गया तो मैंने फिर मैंने चूत में लंड घिसना शुरू कर दिया.
कामुकता हिंदी सेक्स स्टोरी : पति को हार्डकोर सेक्स से खुश करके उनका प्यार फिर से पा लिया

धीरे-धीरे लड़की को भी मजा आने लगा और वह भी मेरी चुदाई में सहयोग करने लगी. 15 मिनट की चुदाई के बाद में अपना माल पानी उसी की चूत में छोड़ गए. हम दोनों एक दूसरे के ऊपर ऐसे ही देते रहे फिर अलग होगए. कई दिनों तक हम लोग इसी तरह चुदाई का मजा लेते रहे. मेरे पापा मम्मी जिस तरह से अलग-अलग आसन में चुदाई का मजा लेते थे मैं भी उसी को देखकर लड़की के साथ चुदाई का मजा लेता था.

एक बार मैंने लड़की को घोड़ी बनाकर पहले उसकी चूत चाटी फिर उसकी चूत घोड़ी बनाकर मारी. हम दोनों को बहुत मजा आया लड़की को भी मरवाने में बहुत मजा आता था. इसलिए वह भी जल्दी तैयार हो जाती थी हम लोग झाड़ी के पीछे जाकर रोज संभोग करते थे. लड़की उस समय एमसी से ठीक से नहीं होती थी इसलिए प्रेग्नेंट होने का ज्यादा डर नहीं था.

पहली बार जब मैंने लड़की की चुदाई की तो उसकी चूत से ढेर सारा खून निकला मेरा लंड भी खून से रंगे आता लड़की डर गई. लेकिन मैंने उससे कहा कि मैंने बीएफ में देखा है लड़की चूत से खून निकलता है तो लड़की समझ गई. हम दोनों ने उस दिन चुदाई के बाद अपने पास के ही एक तालाब में धोया और लड़की की चूत भी धोकर साफ कर दी. ताकि उसके घर वालों को पता ना पड़े की लड़की चुदाई करवा कर आई है आगे की कहानी अगले भाग में मैं लिखूंगा!

Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post