नमस्कार दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम रीमा है और मैं रोहतक की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 46 साल है और मैं एक विधवा औरत हूँ | गनीमत है कि मेरा एक बेटा है और वो दिल्ली में अपनी पढाई पूरी कर रहा है | मैं दिखने में एक सॉलिड आइटम हूँ ऐसा मुझे तब महसूस हुआ जब लोग मुझे इतनी उम्र होने के बाद भी ताड़ते हैं | मेरा फिगर ऐसा है कि अच्छे अच्छे नौजवान लौंडो का भी लौड़ा खड़ा हो जाता है | naukar se chudwaya
चलिए मैं ज्यादा वक़्त बरबाद ना करते हुए अपनी पहली कहानी शुरू करती हूँ | वेसे मैं चुदाई की कहानिया बहुत मन लगा कर पढ़ती हूँ क्यूंकि मेरे पास सिर्फ यही एक चारा है अपने आपको खुश रखने का | मेरे पति तो रहे नहीं और बेटा बाहर है |
मैं हमेशा अपने आपको कभी ऊँगली डाल कर या कभी कोई सब्जी अपनी चूत में डाल कर चुदाई की प्यास बुझा लिया करती थी | पर आप सब तो जानते ही हैं कि अगर एक बार चूत को लंड की आदत लग जाये तो वो कभी नहीं छूटती | ये आदत मेरी भी हो चुकी थी | पर मैं अपने आप को बहुत कण्ट्रोल करती थी | मुझे मेरे पति की जगह बैंक में नौकरी मिल चुकी थी | मेरा ज्यादा वक़्त उसी में गुजर जाता था इस वजह से मैं चुदाई की यादे ताजा नहीं कर पाती थी | पर जब मैं घर में अकेली रहती थी तो मैं अपनी चूत की आग में पल पल तडपती रहती | कभी ब्लू फिल्म देखती तो कभी सेक्स की कहानियां पढ़ते हुए अपनी चूत की आग को बुझा लिया करती थी | पर सिर्फ इन ही सब से चूत की प्यास नहीं बुझती | फिर मैंने सोचा कि क्यूँ नामें एक नौकर रख लूं और उसी से चुदवा लिया करू ? | मैंने पेपर में ऐड दे दिया कि अगर किसी को मेरे यहाँ नौकरी करनी है तो वो मुझसे कांटेक्ट कर सकते हैं | काफ़ी दिन हो गये पर कोई भी नहीं आया |
चलिए मैं ज्यादा वक़्त बरबाद ना करते हुए अपनी पहली कहानी शुरू करती हूँ | वेसे मैं चुदाई की कहानिया बहुत मन लगा कर पढ़ती हूँ क्यूंकि मेरे पास सिर्फ यही एक चारा है अपने आपको खुश रखने का | मेरे पति तो रहे नहीं और बेटा बाहर है |
मैं हमेशा अपने आपको कभी ऊँगली डाल कर या कभी कोई सब्जी अपनी चूत में डाल कर चुदाई की प्यास बुझा लिया करती थी | पर आप सब तो जानते ही हैं कि अगर एक बार चूत को लंड की आदत लग जाये तो वो कभी नहीं छूटती | ये आदत मेरी भी हो चुकी थी | पर मैं अपने आप को बहुत कण्ट्रोल करती थी | मुझे मेरे पति की जगह बैंक में नौकरी मिल चुकी थी | मेरा ज्यादा वक़्त उसी में गुजर जाता था इस वजह से मैं चुदाई की यादे ताजा नहीं कर पाती थी | पर जब मैं घर में अकेली रहती थी तो मैं अपनी चूत की आग में पल पल तडपती रहती | कभी ब्लू फिल्म देखती तो कभी सेक्स की कहानियां पढ़ते हुए अपनी चूत की आग को बुझा लिया करती थी | पर सिर्फ इन ही सब से चूत की प्यास नहीं बुझती | फिर मैंने सोचा कि क्यूँ नामें एक नौकर रख लूं और उसी से चुदवा लिया करू ? | मैंने पेपर में ऐड दे दिया कि अगर किसी को मेरे यहाँ नौकरी करनी है तो वो मुझसे कांटेक्ट कर सकते हैं | काफ़ी दिन हो गये पर कोई भी नहीं आया |
फिर एक दिन मैं शाम को बैंक से लौट रही थी | तभी मेरी नजर एक आदमी पर पड़ी वो आदमी एक दम काला सा और अजीब सा दिख रहा था | वो मेरे घर के सामने दरवाजे पर खड़ा था | मैंने उनसे पूछा कौन चाहिए ? तो उसने जवाब दिया कि मैं यहाँ काम के लिए आया हूँ पेपर में देखा था | पर वो मुझे दिखने में बिलकुल भी अच्छा नही लग रहा था तो मैंने उसे मना कर दिया |
अगले दिन फिर एक लड़का आया जिसका नाम रामलाल था | वो एक 20 साल का जवान लड़का था | मैंने उसे बिना कुछ बोले 5000 में रख लिया | वो बहुत मेहनती लड़का था एक महीने तक तो मैंने सिर्फ उसे अजमाया | उसके काम करने का तरीका बहुत अच्छा था | मैं उसे जो भी काम करने के लिए बोलती वो काम रामलाल बहुत अच्छे से करता | मैं उसके काम से बहुत खुश थी |
सन्डे का दिन बैंक की छुट्टी थी | सारा घर का काम भी हो चुका था | वो बैठे बैठे टीवी देख रहा था | उसे कार्टून देखना बहुत पसंद था | मैं भी उसके साथ बैठ के देखने लगी | मैंने उससे पूछा कि तुम कहाँ तक पढ़े हो ? तो उसने कहा कि मालकिन मैं चौथी क्लास तक पढाई किया हूँ | फिर मैंने पूछा की तुमने स्कूल की पढाई क्यों छोड़ दिए ? तो उसने बताया कि मालकिन मेरे बाबु जी गुजर गये और मम्मी की ज्यादातर बीमार ही रहती हैं | तो उनकी सेवा के लिए मुझे काम करना पड़ता है जिस वजह से मैंने पढाई छोड़ दी | फिर मैंने उससे ज्यादा कुछ बात नही की | मैं वहीँ सोफे पर बैठ गयी और टेबल पर पैर रख लिए | मेरे पैर दर्द हो रहे थे तो मैंने कहा रामलाल मेरे पेरो की मालिश कर दोगे क्या ? तो उसने कहा हाँ मालकिन अभी कर देता हूँ |
वो तुरंत किचन में गया और सरसों के तेल को गरम करके आया | वो मेरे पेरो को अपनी गोद में रख के तलवों में तेल लगा के मलने लगा | मुझे बहुत आराम मिल रहा था | फिर मैंने उससे कहा कि ऊपर पैर तक कर दो न | तो उसने कहा कि मालकिन आपके कपड़ो पे तेल लग जायगा | तो मैंने अपना गाउन घुटने के ऊपर तक कर दिया और कहा कि अब नहीं लगेगा | वो मेरी गोरी गोरी टांगो को देखते हुए मालिश करने लगा |
जब वो मेरी टांगो की मालिश कर रहा था तो मैं गरम हो रही थी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | एक तो उसके हाँथ बहुत कड़क थे जो मेरी मुलायम स्किन को दबा रहे थे | मैंने रामलाल से कहा कि रामलाल मैं तुम्हे 5000 महिना देती हूँ | 5000 मैं एक काम के अभी देती हूँ क्या तुम वो काम कर सकते हो ? तो उसने पूछा क्या काम है मालकिन ? मैं कर दूंगा मुझसे बना तो | मैंने कहा कि बन जायगा तुम चिंता मत करो |
फिर उसने बोला ठीक है मालकिन मैं कर दूंगा | तो मैंने अपने पूरे कपडे उतर दिए | मैं घर में कभी ब्रा और पेंटी नहीं पहनती हूँ | वो मुझे देख कर पागल सा हो चुका था और मेरे नंगे बदन को घूरे जा रहा था | फिर मैंने उसके एक हाँथ को पकड़ कर अपने दूध में रख लिया तो कांपते हुये हाँथ से दूध को दबाने लगा | मैंने बोला उससे सेक्स करेगा मेरे साथ | तो उसने हाँ बोला तो मैंने उसको अपने तरफ ख्नीची और उसे किस करने लगी | वो भी मुझे किस करते हुए मेरे होंठ को चूसने लगा |
मैं भी उसके होंठ को चूस रही थी और जीभ को चूस रही थी | मैं तो पहले ही गरम हो चुकी थी | किस्सिंग करने के बाद मैंने उसको नंगा कर दिया | उसका खड़ा लंड देख कर तो मेरी गांड फट गयी | इतनी सी उम्र में उसका लंड किसी व्यस्क के बराबर का था | उसका लंड काफ़ी लम्बा और मोटा था | मैं उसके लंड को पकड के हिलाने लगी | हिलाते हिलाते उसका लंड एक दम लोहे की तरह सख्त हो गया |
अब मैंने उसके लंड को चाटना चालू कर दिया तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया भरने लगा |
फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी | वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे मुंह की चुदाई करने लगा |
उसके लंड को मैंने 15 मिनट तक चूसा | वो भी गरम हो चुका था तो वो मेरे दूध को दबा दबा के मसलते हुए पीने लगा | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर के बाल सहलाने लगी |
वो अच्छे से मेरे दूध को पी रहा था और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया भर रही थी | फिर वो नीचे आ कर मेरी चूत के ऊपर जीभ रख दिया और उसे चाटने लगा | मैं तो मदहोश हो गयी और बस आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसका मुन्ह अपने चूत पर दबा रही थी | उसने मेरी चूत को 10 मिनट तक चाटा और उसमे मैं एक बार झड़ चुकी थी | फिर उसने मेरी टांगो को फैलाया और अपने लंड को मेरी चूत में डाल दिया | अब वो जोर जोर से मेरी चूत की चुदाई करने लगा और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसका साथ दे रही थी |
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सन्डे का दिन बैंक की छुट्टी थी | सारा घर का काम भी हो चुका था | वो बैठे बैठे टीवी देख रहा था | उसे कार्टून देखना बहुत पसंद था | मैं भी उसके साथ बैठ के देखने लगी | मैंने उससे पूछा कि तुम कहाँ तक पढ़े हो ? तो उसने कहा कि मालकिन मैं चौथी क्लास तक पढाई किया हूँ | फिर मैंने पूछा की तुमने स्कूल की पढाई क्यों छोड़ दिए ? तो उसने बताया कि मालकिन मेरे बाबु जी गुजर गये और मम्मी की ज्यादातर बीमार ही रहती हैं | तो उनकी सेवा के लिए मुझे काम करना पड़ता है जिस वजह से मैंने पढाई छोड़ दी | फिर मैंने उससे ज्यादा कुछ बात नही की | मैं वहीँ सोफे पर बैठ गयी और टेबल पर पैर रख लिए | मेरे पैर दर्द हो रहे थे तो मैंने कहा रामलाल मेरे पेरो की मालिश कर दोगे क्या ? तो उसने कहा हाँ मालकिन अभी कर देता हूँ |
वो तुरंत किचन में गया और सरसों के तेल को गरम करके आया | वो मेरे पेरो को अपनी गोद में रख के तलवों में तेल लगा के मलने लगा | मुझे बहुत आराम मिल रहा था | फिर मैंने उससे कहा कि ऊपर पैर तक कर दो न | तो उसने कहा कि मालकिन आपके कपड़ो पे तेल लग जायगा | तो मैंने अपना गाउन घुटने के ऊपर तक कर दिया और कहा कि अब नहीं लगेगा | वो मेरी गोरी गोरी टांगो को देखते हुए मालिश करने लगा |
जब वो मेरी टांगो की मालिश कर रहा था तो मैं गरम हो रही थी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | एक तो उसके हाँथ बहुत कड़क थे जो मेरी मुलायम स्किन को दबा रहे थे | मैंने रामलाल से कहा कि रामलाल मैं तुम्हे 5000 महिना देती हूँ | 5000 मैं एक काम के अभी देती हूँ क्या तुम वो काम कर सकते हो ? तो उसने पूछा क्या काम है मालकिन ? मैं कर दूंगा मुझसे बना तो | मैंने कहा कि बन जायगा तुम चिंता मत करो |
फिर उसने बोला ठीक है मालकिन मैं कर दूंगा | तो मैंने अपने पूरे कपडे उतर दिए | मैं घर में कभी ब्रा और पेंटी नहीं पहनती हूँ | वो मुझे देख कर पागल सा हो चुका था और मेरे नंगे बदन को घूरे जा रहा था | फिर मैंने उसके एक हाँथ को पकड़ कर अपने दूध में रख लिया तो कांपते हुये हाँथ से दूध को दबाने लगा | मैंने बोला उससे सेक्स करेगा मेरे साथ | तो उसने हाँ बोला तो मैंने उसको अपने तरफ ख्नीची और उसे किस करने लगी | वो भी मुझे किस करते हुए मेरे होंठ को चूसने लगा |
मैं भी उसके होंठ को चूस रही थी और जीभ को चूस रही थी | मैं तो पहले ही गरम हो चुकी थी | किस्सिंग करने के बाद मैंने उसको नंगा कर दिया | उसका खड़ा लंड देख कर तो मेरी गांड फट गयी | इतनी सी उम्र में उसका लंड किसी व्यस्क के बराबर का था | उसका लंड काफ़ी लम्बा और मोटा था | मैं उसके लंड को पकड के हिलाने लगी | हिलाते हिलाते उसका लंड एक दम लोहे की तरह सख्त हो गया |
अब मैंने उसके लंड को चाटना चालू कर दिया तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया भरने लगा |
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उसके लंड को मैंने 15 मिनट तक चूसा | वो भी गरम हो चुका था तो वो मेरे दूध को दबा दबा के मसलते हुए पीने लगा | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर के बाल सहलाने लगी |
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अब मैं उससे रोज चुदवाने लगी हूँ | और सोने के टाइम पे वो मेरे साथ ही सोता है और हम नंगे सोते हैं |